क्रिकेट जगत के 7 शर्मनाक रिकॉर्ड, जो आज भी टीम इंडिया के नाम है, एक तो 69 सालों से नहीं टूटा
क्रिकेट में रिकॉर्ड बनाना और तोड़ना चलता रहता है और ऐसा भी कहा जाता रहा है कि रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं. भारतीय टीम और भारतीय खिलाड़ियों ने क्रिकेट जगत में कई शानदार रिकॉर्ड बनाए हैं. सचिन तेंदुलकर, अनिल कुम्बले, कपिल देव, इरफान पठान, धोनी और कोहली जैसे धुरंधर खिलाड़ियों ने टीम इंडिया को शानदार रिकॉर्ड दिए हैं. जिन्हे प्रशंसक आज तक याद करते हैं. लेकिन इसके विपरीत भारतीय टीम के नाम कुछ ऐसे अनचाहे रिकॉर्ड भी दर्ज जिन्हे शायद ही कोई क्रिकेट फैन याद रखना चाहे. आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही रिकॉर्ड के बारे में.
टेस्ट मैच में सबसे खराब शुरूआत
टेस्ट मैच में सबसे खराब शुरूआत का रिकॉर्ड भारत के नाम है. 7 जून 1952 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मुकाबले में भारतीय टीम ने अपने शुरूआती 4 विकेट 0 के स्कोर पर गवां दिए थे. भारतीय बल्लेबाज पंकज राय, दत्ता गायकवड़, माधव मंत्री और विजय मांजेकर 2.2 ओवर में जीरो के स्कोर पर पवेलियन लौट गए. यह 144 साल के टेस्ट इतिहास में किसी भी पारी की सबसे खराब शुरुआत का रिकॉर्ड है.
हवा में आउट 20 बल्लेबाज
इसी साल कैपटाउन टेस्ट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया ने टेस्ट इतिहास एक शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया. इस मैच में भारत के सभी बल्लेबाज कैच आउट हुए. भारत के सभी बल्लेबाज कैच आउट हुए. कोई भी भारतीय बल्लेबाज क्लीन बोल्ड या LBW आउट नहीं हुआ. टेस्ट इतिहास में कोई भी टीम इस तरह आउट नहीं हुई.
एक दिन में 2 बार आउट होने वाली पहली टीम
बहुत ही कम लोगों को इस बारे में जानकारी होगी कि टीम इंडिया टेस्ट मैच में एक ही दिन में दो बार ऑल आउट हुई थी. जब 1952 में भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया था. सीरीज के तीसरे मैच के दूसरे दिन भारतीय टीम 1 दिन में 2 बार आउट हुई थी.
76 रन अतिरिक्त देना
भारतीय टीम के नाम टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सर्वाधिक अतिरिक्त देने का रिकॉर्ड भी दर्ज है. टीम इंडिया ने 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट मैच में अतिरिक्त 76 रन लुटाए थे. पहली पारी में पाकिस्तान की टीम को बाई के रूप में 35 रन दिए गए थे. जबकि 15 नो-बॉल थी और 26 लेग बाई थे.
सुनील गावस्कर की धीमी पारी
भारत ही नही बल्कि दुनिया के महान बल्लेबाजों में शुमार सुनील गावस्कर के नाम वनडे क्रिकेट की सबसे धीमी पारी का रिकॉर्ड है. उन्होंने 1975 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ 174 गेंद खेलकर नाबाद 36 रन बनाए थे. इसमें गावस्कर ने रन बनाने की कोई कोशिश नहीं की. इस तरह की पारी के बाद उनकी आलोचना भी हुई. आज भी उनकी इस पारी के बारे में जानकार क्रिकेट फैन्स हैरानी जताते हैं और हंसते भी हैं.
अजित अगरकर का अनचाहा रिकॉर्ड
अजित अगरकर तेज गेंदबाज के रूप में टीम में आए थे लेकिन उन्हें बल्लेबाजी भी ठीक-ठाक आती थी. उनके नाम टेस्ट क्रिकेट की सात पारियों में लगातार शून्य रन बनाने का अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज है. इस तरह का रिकॉर्ड हैरान करने वाला ही कहा जा सकता है. अगरकर के पास अच्छे शॉट भी थे. आगे चलकर उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में शतक भी बनाया था.
सबसे ज्यादा बोल्ड
भारत के पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज राहुल द्रविड़ के नाम क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा बार बोल्ड आउट होने का रिकॉर्ड दर्ज है. राहुल द्रविड़ 55 बार बोल्ड आउट का शिकार हुए. द्रविड़ टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा बार बोल्ड आउट होने वाले बल्लेबाज है.