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VVS Laxman : डॉक्टरी छोड़ बने क्रिकेटर, फिर किया गेंदबाजों का इलाज, बेहद खास है लवस्टोरी

VVS Laxman : आज हम जिस भारतीय खिलाड़ी की बात करने जा रहे हैं वह अपने कोमल, शांत, साहसी, शिक्षित, सुसंस्कृत के लिए जाने जाते हैं और उसके दोस्त उसको वेरी वेरी स्पेशल के नाम से पुकारते थे आप जान ही गए होंगे हम किस भारतीय खिलाड़ी की बात कर रहे हैं जी हां, वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman).

बात हैं 2001 की, ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ टेस्ट मैच खेल रही थी, ऑस्ट्रेलिया की टीम काफी मजबूत स्थिति में थी और कोलकाता टेस्ट के तीसरे दिन ही 274 रन की लीड लेकर उसने इंडिया टीम को फॉलोऑन के लिए मजबूर कर दिया, टीम इंडिया की जीत दूर-दूर तक नहीं दिखा रही थी, तभी कोलकाता टेस्ट में एक चमत्कार देखने को मिला।

क्रीज पर एक खिलाड़ी आया, जिसने कंगारू बॉलरों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया और 281 रन की शानदार पारी खेलकर, टीम इंडिया को जीत दिलाई, इस खिलाड़ी का नाम और कुछ नहीं बल्कि, वीवीएस लक्ष्मण था, उन्हें ‘वेरी-वेरी स्पेशल’ भी कहा जाता है।

VVS Laxman के बारे में खास बातें

1 नवंबर 1974 को हैदराबाद में जन्में वीवीएस लक्ष्मण का पूरा नाम वांगीपुरप्पु वेंकट साईं लक्ष्मण था, पिता डॉक्टर शांताराम और माता डॉक्टर सत्यभामा बेहद जाने-माने फिजीशियन थे, इसलिए वो भी पढ़ाई में बचपन से ही काफी तेज थे।

लक्ष्मण ने अपनी स्कूली पढ़ाई हैदराबाद के ही लिटिल फ्लावर हाई स्कूल से की, स्कूली शिक्षा पूरी होने के बाद उन्होंने अपने माता-पिता के नक्शे कदमों पर चलने की ठानी, 12वीं के बाद लक्ष्मण ने भी मेडिकल की पढ़ाई के लिए एमबीबीएस में दाखिला लिया और शुरू की डॉक्टर बनने की तैयारी।

उनकी लाइफ में एक बार ऐसी सिचुएशन आई, जब उन्हें क्रिकेट और डॉक्टरी में से किसी एक को चुनना था, ऐसे में लक्ष्मण ने अपनी दिल की सुनी और क्रिकेट को अपना करियर बनाया, अगर लक्ष्मण ने क्रिकेट को नहीं चुना होता, तो भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे क्रांतिकारी पारी (281 रन) और सबसे हैरतअंगेज जीत (कोलकाता 2001) कभी नहीं दिख पाती, ये बात बहुत कम लोग ही जानते हैं, कि लक्ष्मण भारत के पहले वाइस प्रेसिडेंट डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के पड़पोते हैं।

वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) उन क्रिकेटरों में से हैं जो अपनी पर्सनल लाइफ को हमेशा कैमरे से दूर ही रखते हैं, इस महान खिलाड़ी की प्यारी सी लवस्टोरी है, लक्ष्मण और शैलजा की पहली मुलाकात और शादी का किस्सा भी काफी दिलचस्प है।

अरेंज मैरिज में हो गया प्यार, फिल्मी है कहानी

दरअसल लक्ष्मण और शैलजा की मुलाकात परिवार ने अरेंज करवाई थी, अपने रिटायरमेंट के बाद दिए इंटरव्यू में पहली बार वीवीएस लक्ष्मण ने खुलकर अपनी निजी जिंदगी के बारे में बात की थी, उन्होंने कहा कि शैलजा से उनकी पहली मुलाकात परिवार की मर्जी से हुई थी, वह पहली ही मुलाकात में उनके इंटेलीजेंस से काफी प्रभावित हुए थे।

लक्ष्मण ने कहा था कि शैलजा बहुत टैलेंटेड हैं और वह चाहती तो आईटी और सॉफ्टवेयर की दुनिया में बड़ा मुकाम हासिल कर सकती थी, उसने डिस्टिंक्शन के साथ एमसीए किया है लेकिन शादी के बाद मेरे करियर के लिए उसने परिवार को पूरा समय देने का फैसला किया।

हैदराबाद में बहुत सादे ढंग से हुई थी लक्ष्मण की शादी

आम तौर पर सेलिब्रिटीज की शादी काफी धूमधाम से होती है और लंबे समय तक इसकी चर्चा मीडिया में होती है, इसके उलट लक्ष्मण की शादी में सिर्फ परिवार और करीबी रिश्तेदार शामिल हुए थे, दोनों की शादी सादगी से हैदराबाद में लक्ष्मण के घर में हुई थी।

कैसा रहा लक्ष्मण का करियर

वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) ने टीम इंडिया की तरफ से 134 टेस्ट और 86 वनडे मैच खेले हैं, लेकिन इसके बाद भी वो एक भी वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाएं हैं, लक्ष्मण का करियर बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा है और टीम में भी उनकी कभी परमानेंट जगह नहीं बन पाई।

लक्ष्मण ने टेस्ट मैच में 45.5 के एवरेज से 8,781 रन और वनडे में 30.76 के एवरेज से 2,338 रन बनाए हैं, इतना ही नहीं, लक्ष्मण के नाम टेस्ट क्रिकेट में 17, तो वनडे में 6 सेंचुरी हैं।

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