पाकिस्तान ने जीता एमर्जिंग एशिया कप, फाइनल में भारत को हराया, तैयब ने ठोका तूफानी शतक
एमर्जिंग एशिया कप में अपने दूसरे खिताब की उम्मीदों के साथ उतरी इंडिया ए को बुरी तरह निराशा हाथ लगी है. अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ हुए फाइनल में टीम इंडिया को एकतरफ हार का सामना करना पड़ा है. पाकिस्तान की दमदार बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग के अलावा कुछ मौकों पर खराब अंपायरिंग के कारण टीम इंडिया को 128 रनों से करारी हार झेलनी पड़ी. इस तरह पाकिस्तान ए ने लगातार दूसरी बार एमर्जिंग एशिया कप का खिताब जीत लिया है.
इस मैच की कहानी कुछ-कुछ वैसी ही रही, जैसे 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल की थी. उस फाइनल में भी पाकिस्तान ने भारत को हराया था. 2017 के फाइनल में भारत को शुरुआत में ही फखर जमां का विकेट मिल जाता लेकिन जसप्रीत बुमराह की गेंद नो-बॉल साबित हुई थी. फखर ने उस मैच में शतक जमाया था और फिर पाकिस्तान ने 300 से ज्यादा रन बनाकर अपने पेसरों के दम पर भारतीय बैटिंग को ध्वस्त कर दिया था.
कहानी इस बार भी उसी राह पर चली. पाकिस्तान ने पहले बैटिंग की और चौथे ओवर में ही राजवर्धन हंगरगेकर ने सायम अय्यूब को कैच आउट करवा दिया लेकिन तभी अंपायर ने इसे नो-बॉल घोषित कर दिया. सायम (59) को जीवनदान मिला और उसके बाद उन्होंने साहिबजादा फरहान (65) के साथ मिलकर सिर्फ 17.2 ओवरों में 121 रनों की बेहतरीन साझेदारी करते हुए टीम को जोरदार शुरुआत दिलाई.
दोनों ही बल्लेबाजों ने तेजी से अपने अर्धशतक पूरे किये. मानव सुथार ने अय्यूब को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई. बीच के ओवरों में भारत ने लगाम लगाई और 29वें ओवर तक स्कोर 187 रन पर 5 विकेट था. इसके बाद हालांकि 29 साल के तैय्यब ताहिर (108) ने तूफानी बैटिंग की. पाकिस्तानी बल्लेबाज ने सिर्फ 66 गेंदों में विस्फोटक शतक जमाया, जिसके दम पर पाकिस्तान ए ने 8 विकेट खोकर 352 रन बनाए. भारत ए की ओर से रियान पराग और हंगरगेकर को 2-2 विकेट मिले.
चैंपियंस ट्रॉफी से अलग सिर्फ इतना हुआ कि भारतीय बल्लेबाजों ने यहां जोरदार शुरुआत की. अभिषेक शर्मा और साई सुदर्शन (29) ने सिर्फ 8 ओवरों में 60 से ज्यादा रन जोड़ लिये थे. तभी एक विवादित फैसला हुआ. अरशद इकबाल की गेंद पर साई सुदर्शन का कैच लपका गया लेकिन रिप्ले में दिख रहा था कि शायद ये नो-बॉल थी. मामला बेहद करीबी थी और पाकिस्तान के पक्ष में फैसला गया.
भारत के साथ इससे भी बड़ी नाइंसाफी तो 13वें ओवर में हुई, जब निकिन जोस को गलत आउट दे दिया गया. गेंद उनके थाई पैड को छूकर कीपर के पास गई थी लेकिन अंपायर ने इसे आउट बता दिया. टूर्नामेंट में DRS न होने के कारण निकिन इस फैसले को चुनौती नहीं दे सके और पवेलियन लौटना पड़ा. इसके बाद हालांकि भारतीय बल्लेबाजों ने खुद अपनी गलतियों और पाकिस्तान की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर विकेट गंवाए.