रेक्जाविक अंतर्राष्ट्रीय खेलों में शम्स आलम ने रचा इतिहास, जीते 6 मेडल, दो नेशनल रिकॉर्ड भी बनाए
भारतीय पैरा तैराक शम्स आलम ने इतिहास रच दिया. शम्स ने रेक्जाविक अंतर्राष्ट्रीय खेलों में दो नेशनल रिकॉर्ड के साथ 6 मेडल हासिल किए. बिहार के रहने वाले शम्स ने अपने दृढ़ संकल्प और अनुशासित प्रदर्शन करते हुए 100 मीटर बटरफ्लाई और 100 मीटर बैकस्ट्रोक एस5 में दो नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए और 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले में स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने 100 मीटर और 50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक स्पर्धा में दो रजत पदक भी जीते. इसके अलावा उनके खाते में तीन कांस्य पदक भी आए. शम्स ने अपनी इस उपलब्धि के बारे में ट्वीटर पर जानकारी शेयर की है.
बिहार के मधुबनी जिले के राठोस गांव में पैदा हुए शम्स को 24 साल की उम्र में अपनी पीठ के निचले हिस्से में एक ट्यूमर का सामना करना पड़ा, जिसने असफल सर्जरी के कारण उनके शरीर का निचला हिस्सा निष्क्रिय हो गया था. लेकिन मानसिक रुप से मजबूत शम्स ने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत के दम पर खुद को इस काबिल बनाया.
शम्स ने 2018 में जकार्ता पैरा एशियाई खेलों में 2022 में पुर्तगाल के मदीरा में पैरा वर्ल्ड स्विमिंग चैंपियनशिप में भारतीय दल के सदस्य रहे हैं. शम्स ने 12वीं से 17वीं भारतीय राष्ट्रीय पैरा स्विमिंग चैंपियनशिप में कुल 15 पदक भी जीते थे.
शम्स के नाम एक पैराप्लेजिक व्यक्ति द्वारा सबसे लंबे समय तक खुले समुद्र में तैरने का विश्व रिकॉर्ड भी दर्ज है. उन्होने 8 अप्रैल 2017 को कैंडोलिम बीच पर चार घंटे में आठ किमी तैरकर यह उपलब्धि हासिल की थी.
शम्स पदक सूची और प्रारूप
200 मीटर व्यक्तिगत मेडले – स्वर्ण
100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक – रजत
50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक – रजत
100 मीटर बटरफ्लाई – कांस्य (राष्ट्रीय रिकॉर्ड)
100 मीटर बैकस्ट्रोक – कांस्य (राष्ट्रीय रिकॉर्ड)
50 मीटर बैकस्ट्रोक – कांस्य