” मुझे ये सोचकर गुस्सा आ रहा है कि हार्दिक टीम में है और शमी जैसा गेंदबाज घर बैठा है” हार के बाद रवि शास्त्री का फूटा गुस्सा
एशिया कप 2022 से टीम इंडिया का पत्ता लगभग साफ हो गया है. सुपर-4 में टीम इंडिया को पहले पाकिस्तान फिर श्रीलंका के हाथों मिली शिकस्त ने इस बार टीम इंडिया के एशिया कप जीतने का सपना तोड़ दिया. ऐसे में भारतीय टीम के सिलेक्शन को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भारतीय टीम के सिलेक्शन को लेकर नाराजगी जाहिर की है.
शमी को टीम में न लेने पर शास्त्री नाराज
एशिया कप के लिए रोहित शर्मा की कप्तानी वाली 15 सदस्य टीम में कई सीनियर खिलाड़ियों की अनदेखी की गई है. इसको लेकर फैंस पहले ही सवालिया निशान खड़े कर चुके हैं. खासतौर पर टीम इंडिया के मुख्य तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को लेकर. बुमराह की गैरमौजूदगी में शमी का टीम में न होना टीम सेलेक्शन पर सवाल उठाता है. रवि शास्त्री ने अपनी कमेंट्री के दौरान इस बारे में बात करते हुए कहा,
“अगर आपको जीतना ही है, तो आपको बेहतर तैयारी करनी होती है. मुझे लगता है कि टीम सिलेक्शन इससे बेहतर हो सकता था. खासकर तेज गेंदबाजों की बात करें तो, आपको पता है कि दुबई की परिस्थितियां कैसी हैं, यहां स्पिनरों के लिए ज्यादा कुछ नहीं है.
मैं इस बात से हैरान था कि आप यहां महज चार तेज गेंदबाजों के साथ आए हैं, जिसमें एक हार्दिक पांड्या है. मोहम्मद शमी जैसा गेंदबाज घर बैठा है और यह बात सोचकर मुझे गुस्सा आ रहा है. आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के बाद उसको टीम से बाहर रखना मुझे समझ नहीं आ रहा है.”
क्या टीम के सिलेक्शन में कोच का इनपुट होता है?
किसी भी टीम के चयन में कप्तान और कोच सिलेक्शन कमेटी के सामने अपनी राय रखते हैं. अगर उन्हें किसी खिलाड़ी डिमांड करनी या फिर वो उस खिलाड़ी को अपनी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाना चाहते हैं को कप्तान और कोच सिलेक्शन कमेटी के सामने अपने इनपुट रख सकते हैं. वहीं खिलाड़ियों के चयन को समझने के लिए पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाद वसीम अकरम ने इस पूरे मामले में सवाल करते हुए कहा, ‘क्या टीम के सिलेक्शन में कोच का इनपुट होता है?’ रवि शास्त्री ने जवाब देते हुए कहा,
“हां, होता है. वह सिलेक्शन कमिटी का पार्ट नहीं होते, लेकिन यह कह सकते हैं कि किसे रखना चाहिए या किसे नहीं. मैं जो प्लानिंग की बात कर रहा हूं उसका मतलब है कि एक एक्स्ट्रा तेज गेंदबाज आपके पास होना चाहिए. 15-16 खिलाड़ियों में आप एक स्पिनर कम कर सकते थे.
आपके सामने ऐसी सिचुएशन नहीं होनी चाहिए कि एक खिलाड़ी बीमार है और आपके पास उसकी जगह खिलाने को कोई है ही नहीं. आपको फिर एक्स्ट्रा स्पिनर खिलाना पड़ता है और यह शर्मनाक होता है.”