धोनी ने दिखाई ईमानदारी, लिविंगस्टोन का कैच पकड़ने बाद अंपायर से कहा-रिप्ले देखकर फैसला दो
पंजाब किंग्स के खिलाफ चैन्नई सुपर किंग्स के पूर्व कप्तान एम एस धोनी की प्रतिभा और ईमानदारी दोनों ही एकसाथ मैदान पर देखने को मिली. इस रोमांचक मुकाबले के दौरान स्टंप के पीछे एक शानदार डाइविंग कैच लपकने के बाद धोनी ने ईमानदारी का अद्भुत उदाहरण पेश किया. दिग्गज विकेटकीपर ने लेग साइड की दिशा में एक शानदार कैच लपकने के बाद कैच की वैधता के बारे में अनिश्चित होने के कारण खुद ही थर्ड अंपायर को फैसला देने के लिए इशारा किया.
सीएसके के खिलाड़ियों ने जमकर अपील की लेकिन धोनी ने ऑनफील्ड अंपायर से इस फैसले को सत्यापित करने के लिए कहा. सभी फैंस के लिए ये एक खुशी का क्षण था क्योंकि धोनी ने खेल को निष्पक्षता के साथ आगे बढ़ने दिया और एक बार फिर अपनी भावनाओं को खुदपर हावी नहीं होने दिया.
हालांकि, उस वक्त पंजाब के खतरनाक बल्लेबाज लियाम लिविंगस्टोन बल्लेबाजी कर रहे थे. लेकिन, बावजूद इसके धोनी ने ईमानदारी दिखाई और कैच के लिए अपील नहीं की. हुआ यूं कि सीएसके के दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज ड्वेन प्रिटोरियस ने अराउंड द विकेट गेंदबाजी करते हुए लिविंगस्टोन को लगभग छका दिया था.
लियाम लिविंगस्टोन ने लेग-साइड की दिशा में डिलीवरी को फ्लिक करने की कोशिश की थी लेकिन, वो ऐसा करने में कामयाब ना हो सके थे. विकेटकीपर धोनी ने जल्दी से एक शानदार डाइव लगाई और कैच लपक लिया. रियल टाइम में देखने पर ऐसा लगा कि धोनी ने कैच पकड़ लिया है.
धोनी के कैच पकड़ते ही सीएसके के खिलाड़ियों ने जमकर अपील की. लेकिन, कुछ ही पल में धोनी ने कैच के बारे में संदेह की भावना महसूस की और ऑन-साइड अंपायर से टीवी अंपायर के निर्णय के लिए मामले को छोड़ने पर विचार करने के लिए कहा. तीसरे अंपायर ने फिर रिप्ले को करीब से देखा और इस नतीजे पर पहुंचे कि गेंद धोनी के दस्तानों में आने से पहले टप्पा खाई थी और बल्लेबाज को नॉटआउट दिया गया.