4 साल पुराना हिसाब चुकता, कीवी टीम ने पहले ही मैच में उड़ाई अंग्रेजों की धज्जियाँ, 9 विकेट से जीता मैच
ENG vs NZ: डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड की वर्ल्ड कप 2023 के पहले ही मुकाबले में न्यूजीलैंड ने 9 विकेट से हराकर धज्जियां उड़ा दी. इस जीत के साथ ही न्यूजीलैंड ने 2019 वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड से मिली दर्दनाक हार का बदला भी ले लिया. तब लॉर्ड्स के मैदान पर फाइनल और सुपर ओवर टाई हो जाने के बाद भी इंग्लैंड बाउंड्री-काउंट के आधार पर चैंपियन बना था. इस मैच में न्यूजीलैंड की जीत के हीरो रहे ओपनर बल्लेबाज डेवन कॉनवे (Devon Conway) कीवी ओपनर ने वर्ल्ड कप के पहले ही मैच में धमाकेदार शतक जड़ते हुए टूर्नामेंट की जोरदार शुरुआत की है. अपना पहला ही वर्ल्ड कप खेल रहे कॉनवे ने इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शानदार शतक जमा दिया.
इंग्लैंड-न्यूजीलैंड मैच में टूटे 6 रिकॉर्ड, रूट-हेनरी ने रचा इतिहास, देखें किसने लगाया पहला चौका-छक्का व विकेट
पहले ही मैच में हर किसी को उम्मीद थी कि जॉनी बेयरस्टो, जॉस बटलर और लियम लिविंगस्टन जैसे बल्लेबाजों का तूफान देखने को मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. बिल्कुल एग्जाम में ‘आउट ऑफ सिलेबस’ की तरह डेवन कॉनवे और रचिन रविंद्र ने सबको चौंका दिया. दोनों ने मिलकर इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और जॉस बटलर समेत पूरे इंग्लैंड को चौंका दिया.
न्यूजीलैंड को इंग्लैंड ने 283 रन का लक्ष्य दिया, जो इस पिच पर मुश्किल हो सकता था लेकिन कॉनवे और रविंद्र ने मिलकर इसे आसान बना दिया. कॉनवे ने धीमी शुरुआत के बाद रफ्तार पकड़ी और फिर इंग्लिश गेंदबाजों को जमकर कूट दिया. कॉनवे ने सिर्फ 36 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और इसके बाद भी तेजी से रन बनाते रहे. फिर 27वें ओवर की पहली गेंद पर एक रन लेकर कॉनवे ने अपना शतक पूरा किया.
Devon Conway ने जड़ा तूफानी शतक
कीवी ओपनर ने सिर्फ 83 गेंदों में अपने करियर का पांचवां शतक जमाया.शतक तक पहुंचने में कॉनवे ने 13 चौके और 2 छक्के जमाए. वो नाथन एस्टल के बाद वर्ल्ड कप के पहले मैच में शतक जमाने वाले कीवी बल्लेबाज बने. संयोग से एस्टल ने भी 1996 में अहमदाबाद में ही इंग्लैंड के खिलाफ ही ये कमाल किया था.
कॉनवे का वर्ल्ड कप में ये डेब्यू ही मैच था और इसमें शतक जमाकर उन्होंने इसे बेहद खास बनाया. वो वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के लिए सबसे तेज शतक जमाने वाले बल्लेबाज बने. हालांकि, उनका ये रिकॉर्ड कुछ ही देर में रचिन रविंद्र ने 82 गेंदों में तोड़ दिया. कॉनवे का इंग्लैंड के खिलाफ वनडे करियर में ये दूसरा शतक है. कॉनवे ने इस दौरान रविंद्र के साथ मिलकर 200 से ज्यादा रनों की साझेदारी भी की.