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फौज की भर्ती में हुआ तीन बार फेल, ऑटो ड्राइवर पिता की मौत, टीम इंडिया के लिए खेलेगा ये घातक गेंदबाज

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज़ का आगाज़ 6 अक्टूबर से होने जा रहा है. यह सीरीज़ 11 अक्टूबर तक खेली जायेगी. इस वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो चुका है. इस सीरीज़ में कई नये चेहरों को मौका दिया गया है. इसमें युवा तेज गेंदबाज मुकेश कुमार का नाम भी शामिल है.

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मुकेश बिहार के गोपालगंज के रहने वाले हैं. उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था और उनके पिता अपना परिवार पालने के लिए कोलकाता जाकर वहां ऑटो चलाने लगे. मुकेश पहले गोपालगंज में क्रिकेट खेलते थे और उनका प्रदर्शन अच्छा था. वह बिहार के लिए अंडर-19 क्रिकेट भी खेले.

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मुकेश ने सेना में शामिल होने के लिए जमकर प्रयास किए, लेकिन तीन बार वह मेडिकल टेस्ट में फेल हो गए. इसके बाद वह कोलकाता पहुंचे और क्रिकेट खेलने लगे. यहां आर्थिक दिक्कतों के चलते खेप के नाम से मशहूर टूर्नामेंट में खेलने लगे जहां प्राइवेट क्लबों से प्रति मैच 500 रुपये मिलते थे. 2014 में बंगाल क्रिकेट संघ के ट्रायल में हिस्सा लिया. कोच रानादेब बोस ने उनकी प्रतिभा को पहचाना. रानादेब सर के कहने पर ही उन्हें ईडन गॉर्डन के एक कमरे में रहने की जगह भी मिल गई. 2015 में बंगाल के लिए पदार्पण किया.

मुकेश कुमार ने सही समय पर चयनकर्ताओं को इम्प्रेस किया है. पहले वह न्यूजीलैंड ए के खिलाफ फर्स्ट क्लास मैच में सर्वाधिक विकेट झटकने वाले गेंदबाज रहे और फिर उन्होंने ईरानी कप में शानदार गेंदबाजी की. मुकेश कुमार ने न्यूजीलैंड ए के खिलाफ तीन मैचों में 9 विकेट झटके और इस साल रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए 20 विकेट चटकाए थे. मुकेश कुमार ने ईरानी ट्राफी में शेष भारत के लिए शनिवार को चार विकेट लेकर अहम भूमिका निभाई थी, जिससे सौराष्ट्र की टीम पहली पारी में 100 रन के अंदर सिमट गई थी.

 

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