पाकिस्तान के लिए खेल चुके हैं ये 7 गैर मुस्लिम क्रिकेटर्स, एक रह चुका है टीम का कप्तान
पाकिस्तान एक इस्लामिक कंट्री है और वहां की क्रिकेट टीम में गैर मुस्लिम प्लेयर्स कम ही देखने को मिलते हैं. क्रिकेट हिस्ट्री में अबतक केवल 7 नॉन-मुस्लिम प्लेयर्स ही पाक टीम में जगह बना पाए हैं. इनमें से एक डंकन शार्प भी हैं, जो पाक के पहले गैर-मुस्लिम क्रिकेटर माने जाते हैं. इस खबर में हम आपको पाकिस्तान की ओर से खेल चुके गैर मुस्लिम क्रिकेटर्स ही दिखा रहा है. पाक की ओर से डेब्यू करने वाले आखिरी नॉन-मुस्लिम क्रिकेटर दानिश कनेरिया हैं. कनेरिया और यूसुफ योहाना ही सबसे सफल पाकिस्तानी नॉन मुस्लिम क्रिकेटर हैं.
दानिश कनेरिया (Danish Kaneriya)
दानिश कनेरिया पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की तरफ से खेल चुके आखिरी गैर मुस्लिम खिलाड़ी थे. कनेरिया ने अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज साल 2000 में किया. कनेरिया ने पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट मैच खेले और बहुत सफल भी रहे. बाद में कनेरिया का नाम फिक्सिंग में भई आया था. दानिश कनेरिया पाकिस्तान की तरफ से सबसे ज्यादा 261 टेस्ट विकेट लेने वाले स्पिन गेंदबाज हैं. अब्दुल कादिर, सकलैन मुश्ताक और मुश्ताक अहमद पाकिस्तान क्रिकेट में दानिश कनेरिया से बड़े नाम माने जाते हैं, लेकिन ये सभी दिग्गज टेस्ट विकेट लेने के मामले में 61 मैच खेलने वाले कनेरिया से पीछे हैं.
मोहम्मद यूसुफ (Mohammad Yusuf)
बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार रहे यूसुफ योहाना ने पाकिस्तानी टीम के लिए 90 टेस्ट मैच खेले हैं. यूसुफ ने 1998 में अपने करियर का आगाज किया था, जो पाकिस्तान की क्रिकेट टीम में गैर मुस्लिम खिलाड़ी के तौर पर जुड़े. यूसुफ योहाना ईसाई धर्म से थे, लेकिन 2004 में वह धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन गए और उन्होंने अपना नाम मोहम्मद यूसुफ रखा. यूसुफ पाक टीम के लिए कप्तानी कर चुके हैं.
अनिल दलपत सोनवारिया (Anil Dalpat Sonvariya)
पाकिस्तान के लिए खेल चुके पूर्व विकेटकीपर अनिल दलपत सोनवारिया दानिश कनेरिया के कजिन हैं. अनिल दलपत पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पहले हिंदू खिलाड़ी के रूप में खेले. विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में अनिल दलपत ने 1984 में अपने करियर का आगाज किया. अनिल दलपत पाकिस्तान की टीम में ज्यादा सफल नहीं हो सके और महज 9 टेस्ट मैच ही खेल सके. अनिल दलपत ने अपने करियर में इन मैचों में 167 रन बनाए.
एंटाओ डिसूजा (Antao D’souza)
ईसाई धर्म के एंटाओ डिसुजा ने 1959 में पाकिस्तान की तरफ से क्रिकेट खेलना शुरू किया लेकिन वो अपने करियर को आगे नहीं बढ़ा सके और महज 6 टेस्ट मैच ही खेल सके. वो भारत के गोवा में पैदा हुए, लेकिन पाकिस्तान और कराची की तरफ से क्रिकेट खेले. डिसूजा के पिता 1947 के बंटवारे के बाद पाकिस्तान जाकर बस गए थे. पाकिस्तान के लिए उन्होंने छह टेस्ट खेले, जिसमें 17 विकेट चटकाए.
डंकन शार्प (duncan sharpe)
ईसाई धर्म से नाता रखने वाले डंकन शार्प ने पाकिस्तान के लिए 1959 में खेलना शुरू किया. डंकन शार्प अपने करियर को लंबा नहीं कर सके और केवल दो टेस्ट मैच ही खेल सके. एंग्लो-पाकिस्तानी डंकन अल्बर्ट शार्प ने पाकिस्तान के लिए सिर्फ तीन टेस्ट मैच खेले और उनमें 22.33 की औसत से 134 रन बनाए.
वालिस मैथिएज (Wallis Mathies)
ईसाई धर्म के वालिस मैथिएज ने पाकिस्तान के लिए 1974 में करियर की शुरुआत की. मैथिएज ने पाकिस्तान के लिए 21 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 783 रन बनाए. वालिस मैथिएज पाकिस्तान की तरफ से क्रिकेट खेलने वाले पहले गैर-मुस्लिम खिलाड़ी थे.
सोहेल फजल (Sohail Fazal)
ईसाई धर्म के सोहेल फजल ने पाकिस्तान के लिए दो वनडे मैच खेले. 1989-90 की चैम्पियंस ट्रॉफी के एक मुकाबले में सोहेल फजल ने तीन गगनचुंबी छक्के लगाकर टीम का स्कोर 250 के पार पहुंचाया था. ये मैच पाकिस्तान ने 38 रनों से जीता. इस मैच में उन्हें बैटिंग के लिए जावेद मियांदाद से पहले भेजा गया था.