जब युवराज ने 46 छक्के-चौके जड़ ठोके 358 रन, धोनी की टीम की उड़ाई थी धज्जियां, धोनी की तूफानी पारी गयी बेकार
कूच बिहार ट्राफी का फ़ाइनल मुकाबला 16 दिसम्बर 1999 को खेला गया था. जब एमएस धोनी (MS Dhoni) और युवराज सिंह (Yuvraj Singh) की आपस में भिडत हुई थी. बिहार की टीम ने धोनी के शानदार प्रदर्शन के दम पर फ़ाइनल में जगह बनाई थी.
वहीं पंजाब की टीम ने भी युवराज के शानदार प्रदर्शन के दम पर फाइनल में प्रवेश किया था. 16 दिसम्बर 1999 को खेले गए इस चार दिवसीय फाइनल मैच में बिहार की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया. बिहार ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहले दिन का खेल खत्म होने तक 5 विकेट के नुकसान पर 245 रन बनाए थे.
बिहार की तरफ से धोनी ने खेली जबरदस्त पारी
बिहार के सलामी बल्लेलबाज रतन कुमार ने 361 गेंदों में 99 रन की बेहद ही धीमी पारी खेली थी. बिहार का मध्यक्रम लडखडा गया. मुश्किल परिस्थितियों में एमएस धोनी (MS Dhoni) ने बिहार की पारी को संभाला और 84 रन की अहम पारी खेली. इसके बाद विकास कुमार ने 120 गेंदों में 52 रन बनाए, जिसकी बदौलत दूसरे दिन बिहार की टीम 357 रनों का स्कोर खड़ा करने में सफल रही.
मनीष शर्मा ने खेली शानदार पारी
357 रनों के स्कोर का पीछा करते हुए पंजाब की टीम की शुरुआत बेहद ही शानदार रही. पंजाब की तरफ से मनीष शर्मा ने 292 गेंदों में 95 रन जबकि रिक्की ने 84 गेंदों में 33 रन की पारी खेली. दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 128 तक पहुंचाया. दूसरे दिन बल्लेबाजी करने उतरे युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने बल्ले से तूफ़ान खड़ा कर दिया.
युवराज ने ठोके 358 रन
बिहार के गेंदबाजों की कुटाई करते हुए युवराज अपने निजी स्कोर को 232 तक ले गये. युवराज का इस मैच में व्यक्तिगत स्कोर 358 रन रहा. युवराज ने 404 गेंदों में 40 चौके और 6 छक्के की मदद से 358 रन बनाए थे. युवराज के करियर का यह पहला तिहरा शतक था.