अफ्रीका की हार से बढ़ी टीम इंडिया की टेंशन, 20 साल पुराना दर्द आया सामने, सहवाग ने बचाई थी लाज, टूटे कई रिकॉर्ड
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप ( ICC Cricket World Cup 2023) का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया (SA vs AUS) के बीच कोलकाता के ऐतिहासिक मैदान ईडन गार्डंस (Eden Gardens, Kolkata) में खेला गया। प्रोटियाज के कप्तान टेम्बा बवुमा (Temba Bavuma) ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया| पहले खेलते हुए अफ़्रीका की पूरी टीम 212 रनों पर सिमट गई। एक समय ऑस्ट्रेलिया टीम भी संकट में दिखाई दी लेकिन अंत में कंगारू टीम ने जीत हासिल कर वर्ल्ड कप फाइनल में जगह बना ली है। ऑस्ट्रेलिया ने रिकॉर्ड 8वीं बार वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया है।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सलामी बल्लेबाजी के रूप में कप्तान बवुमा और क्विंटन डी कॉक मैदान पर आये। पहले ही ओवर में बवुमा और बाद में दूसरे सलामी बल्लेबाज डी कॉक को जल्दी अपना विकेट गंवा बैठे। एडेन मार्करम और रासी वैन डर डूसेन भी फ्लॉप रहे| ऑस्ट्रेलियाई पैस अटैक के समक्ष एक समय पर प्रोटियाज टीम ने 24 रनों पर 4 विकेट गंवा दिए| हालांकि मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने आये हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर ने पारी को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया। क्लासेन और मिलर दोनों बल्लेबाजों ने 5वें विकेट के लिए 95 रन की साझेदारी की। हेनरिक क्लासेन (47 रन) का बड़ा विकेट ट्रेविस हेड ने झटका| इसी ओवर की अगली गेंद पर हेड ने मार्को जानसेन को शून्य पर पवेलियन भेज दिया।
डेविड मिलर एक छोर पर खड़े रहे, और दूसरी तरफ से विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा। डेविड मिलर ने छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया, तो साथ ही टीम का स्कोर 200 के पार पहुँचाया। मिलर का विकेट पैट कमिंस ने चटकाया और प्रोटियाज की टीम 50 ओवर से पहले 212 रनों पर सिमट गई। डेविड मिलर ने 116 गेंदों पर 8 चौके और 5 छक्के जड़ते हुए 101 रनों की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस ने 3-3 विकेट अपने नाम किये| वहीं जोश हेजलवुड और ट्रेविस हेड को 2-2 विकेट मिले।
213 रनों का लक्ष्य का पीछा करते हुए डेविड वॉर्नर और ट्रेविस हेड ने ऑस्ट्रेलिया को ताबड़तोड़ शुरुआत दिलाई। हेड और वार्नर दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 6.1 ओवर में 60 रन जोड़े। वॉर्नर 29 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके तुरंत बाद तूफानी बल्लेबाज मिचेल मार्श भी शून्य पर आउट हुए। स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड ने तीसरे विकेट के लिए 44 रनों की अहम साझेदारी की। इस दौरान ट्रेविस हेड ने 62 रनों की पारी खेल आउट हुए। मार्नस लैबूशेन 18 रन और ग्लेन मैक्सवेल 1 रन बनाकर तबरेज शम्सी का शिकार बने। इसके बाद स्मिथ 30 रनों के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए।
अंतिम ओवरों में जोश इंग्लिश ने 49 गेंदों पर 28 रन बनाये तो मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस 46 गेंदों पर 22 रनों की धीमी साझेदारी कर अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया। दक्षिण अफ्रीका के लिए गेराल्ड कोट्जी और तबरेज शम्सी को 2-2 विकेट हासिल हुए।
अब से 20 साल पहले भारत को 2003 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध हार का सामना करना पड़ा था। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 359 रन बनाए थे। इसके जवाब में टीम इंडिया 234 रनों के स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी। भारत को फाइनल में 125 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में रिकी पोंटिंग ने 140 रनों की शानदार पारी खेली था। भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग ने 82 रन बनाए थे।
Most wickets in a World Cup edition for South Africa
20 – Gerald Coetzee (2023)
17 – Lance Klusener (1999)
17 – Morne Morkel (2015)
17 – Marco Jansen (2023)