अफगानिस्तान की धमाकेदार शुरूआत, पहले ही मैच में 5 बार की चैंम्पियन टीम को रौंदा, तोड़ा ये बड़ा रिकॉर्ड
श्रीलंका की मेजबानी में खेले जा रहे एशिया कप का पहला मैच अफगानिस्तान और श्रीलंका की टीम के बीच दुबई के मैदान पर खेला गया, जहां पर अफगानिस्तान की टीम ने फजलहक फारुकी (11 रन पर तीन विकेट), रहमनुल्लाह गुरबाज और हजरतुल्लाह जजई के शानदार प्रदर्शन के दम पर बड़ी जीत हासिल की. अफगानिस्तान की टीम ने पहले गेंदबाजों के दम पर अच्छी शुरुआत की और फिर बल्लेबाजी में रहमनुल्लाह गुरबाज और हजरतउल्लाह जजई की आतिशी पारियों के दम पर श्रीलंका को रौंद कर 8 विकेट से जीत हासिल की.
अफगानिस्तान के गेंदबाजों ने श्रीलंका की पारी को 19.4 ओवर में 105 रन पर समेटने के बाद महज 10.1 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया. अफगानिस्तान ने 59 गेंद बाकी रहते जीत दर्ज की जो बची हुई गेंदों के हिसाब से उनकी दूसरी सबसे बड़ी जीत है. विकेटकीपर गुरबाज ने तीन चौके और चार छक्के जड़ित 18 गेंद की पारी में 40 रन बनाये. उन्हें वानिंदु हसरंगा (19 रन पर एक विकेट) ने बोल्ड किया.
गुरबाज ने जजई के साथ पहले विकेट के लिए 6.1 ओवर में 83 रन की साझेदारी कर टीम को शानदार शुरुआत दिलायी. जजई ने 28 गेंद की नाबाद पारी में 37 रन बनाये. उन्होंने पांच चौके और एक छक्के लगाया. श्रीलंका के लिए भानुका राजपक्षे ने 38 और चमिका करुणारत्ने ने 31 रन का योगदान दिया. राजपक्षे ने 29 गेंद की पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि करुणारत्ने ने 38 गेंद की पारी में तीन चौके और एक छक्का जड़ा.
Afghanistan register a thumping win on the opening day of #AsiaCup2022#SLvAFG | 📝 Scorecard: https://t.co/YV4rkrnw07 pic.twitter.com/bRxMwLGJ1r
— ICC (@ICC) August 27, 2022
अफगानिस्तान के लिए कप्तान मोहम्मद नबी और मुजीब उर रहमान ने दो-दो जबकि नवीन उल हक ने एक विकेट लिया. लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआती दो ओवरों में संभल कर बल्लेबाजी करने के बाद गुरबाज ने तीसरे ओवर में मथीश पथिराना के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका, छक्का और चौका लगाया. हजरतउल्लाह ने इसके अगले ओवर में हरसंगा की गेंद पर छक्का लगाकर हाथ खोला.
5 बार एशिया कप जीत चुकी है श्रीलंका
एशिया का आयोजन 1984 से लगातार हो रहा है. इस दौरान श्रीलंका टीम ने 5 बार यह टूर्नामेंट अपने नाम किया है. श्रीलंका ने 1986, 1997, 2004, 2008 और 2014 में यह अपने नाम किया था.