कभी केरोसिन बेचते थे Shahrukh Khan, पिता की थी चाय की दुकान… जानिए कैसे बने बॉलीवुड के किंग खान
बॉलीवुड के किंग यानी शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) आज अपना 58वां जन्मदिन मना रहे हैं. शाहरुख खान ने इस साल ‘पठान’ और ‘जवान’ के जरिए धमाकेदार वापसी की है. ये दोनो फिल्में ब्लॉकबस्टर रही है. शाहरुख खान की इस साल अपनी तीसरी फिल्म ‘डंकी’ का टीजर आ गया है. अगर ये फिल्म ब्लॉकबस्टर होती है तो शाहरुख खान बॉलीवुड के इतिहास में एक साल में तीन ब्लॉकबस्टर फिल्म देने वाले पहले अभिनेता बन जायेंगे.
शाहरुख खान आज भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सबसे अमीर अभिनेता हैं. लेकिन एक समय था जब शाहरुख खान की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी और उन्हे केरोसिन भी बेचना पड़ा था. शाहरुख खान के परिवार का ताल्लुक कश्मीर और अफगानिस्तान से भी रहा है. शाहरुख के पिता ताज मोहम्मद पेशे से वकील थे. लेकिन, उन्होने फर्नीचर का काम भी किया था.
शाहरुख खान के दादा मीर जान मोहम्मद अफगानिस्तानी पठान थे. उनके पूर्वजों का ताल्लुक कश्मीर से था, जो सालों पहले अफगानिस्तान में बस गए थे. शाहरुख के पिता मीर ताज मोहम्मद का जन्म भी अफगानिस्तान में ही हुआ था. 1946 में वो दिल्ली यूनिवर्सिटी से वकालत करने भारत आए थे, हालांकि इसके बाद भारत-पाकिस्तान के बंटवारे से शुरू हुए दंगों के बाद वो अफगानिस्तान नहीं लौट सके. शाहरुख के कई रिश्तेदार आज भी अफगानिस्तान के किस्सा ख्वानी बाजार में रहते हैं.
वैसे तो पेशे से मीर ताज मोहम्मद वकील थे, लेकिन वकालत में कामयाबी न मिलने पर उन्होंने पहले फर्नीचर का बिजनेस किया, फिर वो भी नहीं चला तो ट्रांसपोर्टेशन और केरोसीन डीलिंग का काम शुरू कर दिया. जब सारे बिजनेस एक-एक कर बंद हो गए तो उन्होंने दिल्ली के विलिंगन हॉस्पिटल के पीछे चाय की दुकान खोल ली.
1956 में मीर ताज मोहम्मद, लतीफ फातिमा से शादी कर दिल्ली के राजेंद्र नगर इलाके में किराए के घर में रहने लगे. एक बेटी के बाद 2 नवंबर 1965 को उनके घर बेटे शाहरुख का जन्म हुआ. शाहरुख ने 5 साल मैंगलोर में अपने नाना-नानी के साथ गुजारे. उनके नाना इफ्तिखार अहमद, पोर्ट में चीफ इंजीनियर थे. शाहरुख की मां लतीफ फातिमा भी पढ़ी-लिखी थीं. इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वालीं लतीफ फातिमा फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट थीं. वो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की करीबी थीं और उनके साथ सोशल वर्क किया करती थीं.