यशस्वी जायसवाल ने ठोका तूफानी दोहरा शतक, तोड़ा 90 साल पुराना रिकॉर्ड, बने 158 साल के इतिहास के पहले ऐसे बल्लेबाज
कोयंबटूर में खेले जा रहे दलीप ट्रॉफी के फाइनल (South Zone vs West Zone, Final ) में वेस्ट जोन का सामना साउथ जोन से हो रहा है. मैच में वेस्ट जोन ने अपनी मैच (South Zone vs West Zone, Final ) के तीसरे दिन अपनी स्थिति मजबूत कर ली है.
मैच के तीसरे दिन शुक्रवार को साउथ जोन के खिलाफ वेस्ट जोन ने अपनी बढ़त को 300 के पार पहुंचाया. South Zone के खिलाफ West Zone की तरफ से युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने दूसरी पारी में दोहरा शतक ठोका. इसी के साथ जायसवाल ने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है.
जायसवाल का ऐतिहासिक दोहरा शतक
जायसवाल किसी भी फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट के फाइनल में दोहरा शतक जमाने वाले सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं. जायसवाल ने 20 साल 269 दिन की उम्र में ये काम किया है. वहीं वाडेकर ने 20 साल 354 दिनों की उम्र में इस कारनामे को अंजाम दिया था.
अजीत वाडेकर ने 1962 में राजस्थान के खिलाफ बॉम्बे की तरफ से खेलते हुए दोहरा शतक जड़ा था. मैच के तीसरे दिन की समाप्ति पर 209 रनों पर नाबाद हैं. उनके साथ सरफराज खान 30 रन बनाकर नाबाद है. वेस्ट जोन ने तीन विकेट खोकर 376 रन बना लिए हैं. इससे पहले साउथ जोन की टीम पहली पारी में 327 रनों पर ढेर हो गई.
श्रेयस अय्यर ने खेली धमाकेदार पारी
South Zone के श्रेयस अय्यर ने भी शानदार पारी खेली और अर्धशतक जमाया. उन्होंने 113 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके और दो छक्कों की मदद से 71 रन बनाए. वहीँ South Zone के कप्तान प्रियंक पांचाल ने 40 रन बनाए.
भारत में खेले गए प्रथम श्रेणी क्रिकेट का पहला मैच 1864 में कलकत्ता और मद्रास के बीच हुआ था. मैच से कई रिकॉर्ड मौजूद नहीं हैं.भारत और उपमहाद्वीप में क्रिकेट का संपूर्ण इतिहास ईस्ट इंडिया कंपनी के माध्यम से ब्रिटिश राज के अस्तित्व और विकास पर आधारित है.
1864 से अब तक 158 साल के इतिहास में जायसवाल फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट के फाइनल में दोहरा शतक जमाने वाले सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं.