Home SPORTS CRICKET साउथ अफ़्रीका का 52 साल का सपना चकनाचूर, ऑस्ट्रेलिया 13वीं बार बनी वर्ल्ड चैम्पियन, बनाई डबल हैट्रिक

साउथ अफ़्रीका का 52 साल का सपना चकनाचूर, ऑस्ट्रेलिया 13वीं बार बनी वर्ल्ड चैम्पियन, बनाई डबल हैट्रिक

0
साउथ अफ़्रीका का 52 साल का सपना चकनाचूर, ऑस्ट्रेलिया 13वीं बार बनी वर्ल्ड चैम्पियन, बनाई डबल हैट्रिक

Womens T20 WC Final 2023: साउथ अफ्रीका में खेले गए महिला टी20 विश्वकप के फ़ाइनल मुक़ाबले में मेज़बान साउथ अफ़्रीका को 19 रन से हराकर ऑस्ट्रेलिया (Australia Women Cricket Team) ने लगातार तीसरी और कुल छठीं बार टी20 विश्वकप अपने नाम कर लिया. सात बार ऑस्ट्रेलियाई टीम ने वनडे विश्वकप जीता है.

न्यूलैंड के कैप टाउन में खेले गए इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 156 रन बनाए. इसके जवाब में साउथ अफ़्रीका की टीम 6 विकेट खोकर 137 रन ही बना सकी. ऑस्ट्रेलिया के लिए टीम की ओर से बेथ मूनी ने 79 रन की नाबाद पारी खेली. वहीं साउथ अफ़्रीका के लिए ओपनर लौरा वॉल्वार्ट ने 61 रन की पारी खेली. हांलकी, वह जीत नहीं दिला सकी.

मूनी का नाबाद अर्धशतक

पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया की ओपनर बेथ मूनी ने 79 रन की नाबाद पारी खेली. साउथ अफ्रीका से मारियन कैप और शबनिम इस्माइल ने 2-2 विकेट लिए. ऑस्ट्रेलिया की बाकी बैटर्स में ओपनर एलिसा हीली 18, एश्ले गार्डनर 29, एलिस पेरी 7, जॉर्जिया वेयरहैम शून्य, ग्रेस हैरिस और कप्तान मेग लेनिंग 10-10 रन बनाकर आउट हुईं

साउथ अफ़्रीका की धीमी शुरूआत

साउथ अफ्रीकी टीम को पावरप्ले में बेहद धीमी शुरुआत मिली. ओपनर लौरा वॉल्वार्ट और ताजमिन ब्रिट्ज शॉट्स खेलने की कोशिश कर रही थीं. लेकिन, ऑस्ट्रेलियाई बॉलर्स ने उन्हें खुलने का मौका नहीं दिया. ब्रिट्ज 5वें ओवर में डार्सी ब्राउन का शिकार हुई. टीम पावरप्ले के 6 ओवर में एक विकेट पर 22 रन ही बना सकी.

ऑस्ट्रेलिया ने छठवीं बार जीता खिताब

ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम (Australia Women Cricket Team) 2010, 2012, 2014, 2018 और 2020 में विजेता बनी थी. अब छठवीं बार इस खिताब पर ऑस्ट्रेलिया की महिलाओं ने कब्जा किया है. इसके अलावा वनडे में ऑस्ट्रेलिया सात बार वर्ल्ड जीत चुकी है. उसने 1978,1982,1988 तीन बार लगातार उसके बाद 1997,2005,2017 और 2022 में यह ख़िताब अपने नाम किया.

दूसरी तरफ़ साउथ अफ़्रीका की टीम ने 1971 से अब तक पहली बार पुरूष और महिला क्रिकेट में पहली बार किसी भी प्रारूप के विश्वकप का फ़ाइनल मैच खेला. हांलकी, उनके वर्ल्ड कप जीतने का सपना अभी भी अधूरा रह गया.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here