Home SPORTS CRICKET उमरान को कभी दोस्त कहते थे गजनी, ट्रायल में हो गए थे फेल, समद ने ऐसे चमकाई किस्मत!

उमरान को कभी दोस्त कहते थे गजनी, ट्रायल में हो गए थे फेल, समद ने ऐसे चमकाई किस्मत!

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उमरान को कभी दोस्त कहते थे गजनी, ट्रायल में हो गए थे फेल, समद ने ऐसे चमकाई किस्मत!

भारत के लिए कहा जाता है कि यहां पर तेज गेंदबाज नहीं होते हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों में यह तस्वीर बदली है. अब भारत के पास भी दुनिया को टक्कर देने वाले तेज गेंदबाज हैं. इस लिस्ट में एक नया नाम और जुड़ने जा रहा है. आने वाले समय में यह खिलाड़ी टीम इंडिया में खेलते हुए दिखाई दे सकता है. आईपीएल 2021 में दुनिया ने इस खिलाड़ी को पहली बार देखा. इस तेज गेंदबाज का नाम है उमरान मलिक. जम्मू कश्मीर से आने वाले इस गेंदबाज ने अपनी स्पीड से सबको हैरान कर दिया था. तो क्या है उमरान मलिक की कहानी आइए जानते हैं-

उमरान मलिक ने 18 साल की उम्र में जम्मू-कश्मीर अंडर 19 टीम में जगह बनाई थी. टीम में आने से केवल एक साल पहले उन्होंने लेदर बॉल से खेलना शुरू किया था. साथ ही उन्होंने अंडर 19 क्रिकेट के टूर्नामेंट कूच बिहार ट्रॉफी में एक भी मैच नहीं खेला था. लेकिन भारत के अंडर-19 सेलेक्टर्स को प्रैक्टिस सेशन के दौरान अपनी रफ्तार से प्रभावित किया था. इस बारे में उमरान ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, वे लोग वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन के लिए आए हुए थे. उन्होंने मुझे सीमेंट विकेट पर बॉलिंग करते हुए देखा. फिर पूछा कि तुम इतनी बॉलिंग करते हो लेकिन मैच क्यों नहीं खेल रहे. फिर उन्होंने जम्मू कश्मीर अंडर 19 टीम के कोच से बात की और मलिक को खिलाने को कहा.

उमरान मलिक का परिवार जम्मू के गुज्जर नगर का रहने वाला है. उनके पिता अब्दुल राशिद शहीदी चौक में फल बेचा करते थे. लेकिन परिवार से उमरान को क्रिकेट खेलने का पूरा सपोर्ट मिला. उमरान का कहना है कि वह बचपन से ही गेंद तेज फेंका करते थे. वे शुरू से ही इसी एक्शन से बॉलिंग किया करते थे. उन्होंने किसी को कॉपी नहीं किया. उमरान के बॉलिंग एक्शन के बारे में कहा जाता है कि वह वकार यूनुस से काफी मिलता है. 17 साल के उम्र में उमरान मलिक जम्मू में अलग-अलग जगहों पर टेनिस बॉल क्रिकेट खेला करते थे. इनमें उमरान की काफी डिमांड रहती थी. क्योंकि वे काफी तेज फेंका करते थे और हर टीम उन्हें लेना चाहती थी. जब वे पहली बार लेदर बॉल से खेले तो पहले ही मैच में उन्होंने लंबे छक्के लगाए और घातक बॉलिंग की. लोग उन्हें प्यार से गजनी कहा करते थे. ऐसा उनकी हेयर स्टाइल की वजह से हुआ. उन्होंने गजनी फिल्म आमिर खान की तरह हेयर कटिंग करा रखी थी.

उमरान मलिक को उनकी बॉलिंग को ठीक करने में इरफान पठान ने भी मदद की. बाद में एक ही मैदान में प्रैक्टिस करते हुए अब्दुल समद से उनकी दोस्ती हुई. 2018 से दोनों की दोस्ती हुई. उमरान मलिक जब जम्मू कश्मीर अंडर 19 टीम के ट्रायल गए तो उनके जिला स्तर पर खेलने का सर्टिफिकेट मांगा गया. यह उनके पास था नहीं तो उन्हें घर भेज दिया गया. अगल दिन उमरान सीधे नेट्स में चले गए बॉलिंग करने लगे. वहां एक गेंद फेंकने के बाद ही उन्हें टीम में ले लिया गया. इसके बाद मलिक को अंडर-23 के ट्रायल में रिजेक्ट कर दिया गया. तब समद ने कोच से उन्हें मौका देने की मिन्नतें कीं.

समद ने ही 2020 के आईपीएल सीजन में उमरान का नाम नेट बॉलर के लिए सुझाया. मलिक के वीडियो देखने के बाद उन्हें हैदराबाद ने अपने साथ रख लिया. यहां अपनी स्पीड से उन्होंने कई बड़े बल्लेबाजों को परेशान किया. एक बार केदार जाधव ने उनसे पूछा कि वे नेट बॉलर हैं या मुख्य गेंदबाज. वहीं जॉनी बेयरस्टो ने उनसे धीमी बॉलिंग करने को कहा. फिर नटराजन को कोरोना होने के बाद उन्हें रिप्लेसमेंट के रूप में शामिल कर लिया गया. जिस समय हैदराबाद ने उन्हें अपनी टीम में मिलाया था उससे कुछ समय पहले ही उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए ट्रायल देने को बुलाया था.

उमरान मलिक आईपीएल में खेलने वाले जम्मू कश्मीर के चौथे ही खिलाड़ी हैं. सनराइजर्स हैदराबाद के लिए अपने पहले ही मैच में उन्होंने रफ्तार से ध्यान खींच लिया था. उन्होंने 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से कई गेंद डालीं. फिर दूसरे मैच में 152.95 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से गेंद फेंककर आईपीएल के सबसे तेज भारतीय गेंदबाज बने. आईपीएल के बाद मलिक को टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के साथ नेट बॉलर के रूप में रखा गया. अब माना जा रहा है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में उमरान मलिक को टीम इंडिया में लिया जा सकता है.

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